गाय
कूड़े के ढेर पर बसर करती ज़िन्दगी
कट्टी खानों में अपना वजूद तलाशती ज़िन्दगी
गोशाला में भूंखी प्यासी आखरी साँसें गिनती ज़िन्दगी
कहने को चौरासी करोड़ देवी देवताओं का वास
लेकिन जीवित या मृत की सूची में खुद का वजूद बचाती ज़िन्दगी
कूड़े के ढेर पर बसर करती ज़िन्दगी
कट्टी खानों में अपना वजूद तलाशती ज़िन्दगी
गोशाला में भूंखी प्यासी आखरी साँसें गिनती ज़िन्दगी
कहने को चौरासी करोड़ देवी देवताओं का वास
लेकिन जीवित या मृत की सूची में खुद का वजूद बचाती ज़िन्दगी